आधुनिक महाभारत के लिए मेरी लेखनी ने जो कुछ भी लिखा, उसकी गाथा कृष्ण ने पहले ही गोकुल में ग्वालिनों को सुनाना शुरू कर दी थी। हर कथा और हर भाव को उन्होंने अपने सुरों में पिरोकर सुनाया, और ग्वालिनों के हृदय में उस महाकाव्य का अद्भुत संसार जीवंत हो उठा।

10 पर्व

20 पड़ाव

द्वंद ,प्रेम,पीड़ा और संघर्ष का

में लिखा गया महाकाव्य

प्रथम पर्व

द्वितीय पर्व

तृतीय पर्व

चतुर्थ पर्व

पंचम पर्व

षष्ठः पर्वः (Ṣaṣṭhaḥ Parvaḥ)

सप्तमः पर्वः (Saptamaḥ Parvaḥ)

8 → अष्टमः पर्वः (Aṣṭamaḥ Parvaḥ)

9 → नवमः पर्वः (Navamaḥ Parvaḥ)

10 → दशमः पर्वः (Daśamaḥ Parvaḥ)

कुछ और